CTET Question

CTET Hindi vvi Practice Set Question | CTET Hindi vvi Objective Question

Practice Set- 7


सदियों की ठण्डी – बुझी राख सुगबुगा उठी,

मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है; 

दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो

सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।

जनता, हाँ, मिट्टी की अबोध मूरतें वही,

जाड़े-पाले की कसक सदा सहने वाली

जब अंग-अंग में लगे साँप हों चूस रहे, 

तब भी न कभी मुँह खोल दर्द कहने वाली।

91. काव्य में किस जनता की ओर संकेत किया गया है ? 

(1) जो खेतों – खलिहानों, कारखानों में काम करती है

(2) जो रथ चलाती है 

(3) जिसे बोध है 

(4) जिसे साँप काटते हैं

उत्तर – 1


92. “समय के रथ का घर्घर – नाद सुनो’ पंक्ति का आशय है –

(1) समय कोलाहल कर रहा है

(2) समय ने युद्ध – नाद बजा दिया है

(3) अब समय बदल रहा है 

(4) समय का रथ बढ़ा आ रहा है

उत्तर – 3


 93. “सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।” पंक्ति का भाव है –

(1) सारी जनता अब सिंहासनों पर ही बैठेगी

(2) राजतन्त्र के विरुद्ध लोकतन्त्र का स्वागत

(3) राजा के सिंहासन को खाली करना होगा

(4) जनता, राजा का सिंहासन हिला देगी

उत्तर – 2


94. सामान्य जनता ने अब तक बहुत कष्ट सहे हैं – इस भाव को व्यक्त करने वाली पंक्ति है।

(1) सदियों की ठण्डी-बुझी राख सुगबुगा उठी

(2) मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है

(3) जनता, हाँ, मिट्टी की अबोध मूरतें वही 

(4) जाड़े-पाले की कसक सदा सहने वाली

उत्तर – 4


95. ‘साँप’ किसकी ओर संकेत करता है ? 

(1) शोषकों की ओर

(2) सूदखोरों की ओर 

(3) विषैले साँपों की ओर

(4) जमीदारों की ओर

उत्तर – 1


96. ‘सुगबुगा उठना’ का अर्थ है –

(1) धीरे – धीरे कहना

(2) अपने हक के लिए प्रयत्नशील होना

(3) राख का जल उठना 

(4) अफवाह फैलाना

उत्तर – 2


निर्देश (प्र. सं. 97-111) नीचे दिए गए प्रश्नों में सबसे सही विकल्प का चयन कीजिए। 

97. उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा – शिक्षण का सर्वोपरि उद्देश्य है –

(1) विभिन्न साहित्यिक विधाओं का गहनतम ज्ञान प्राप्त करना

(2) सरसरी तौर पर तीव्र गति से पढ़ना

(3) भाषा के सौन्दर्यशास्त्र से परिचय 

(4) निजी अनुभवों के आधार पर भाषा का सृजनशील इस्तेमाल

उत्तर – 4


98. सुनी, पढ़ी और समझी हुई भाषा को सहज और स्वाभाविक लेखन द्वारा अभिव्यक्त करने की क्षमता का विकास करने में निम्नलिखित में से कौन

सहायक है?

(1) सुनी, देखी, पढ़ी घटना को अपने शब्दों में लिखित रूप में अभिव्यक्त करना

(2) ‘मेरा प्रिय विद्यालय’ विषय पर निबन्ध लिखना

(3) औपचारिक पत्र-लेखन 

(4) किसी पढ़ी हुई कहानी को संक्षेप में लिखना

उत्तर – 1


99. भाषा के सन्दर्भ में स्कूली जीवन का यह उच्च प्राथमिक चरण ……….. और……….. बोध के विकास की दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है।

(1) साहित्य, सराहना, सामाजिक

(2) सौन्दर्य बोध, साहित्य बोध, सामाजिक – राजनैतिक

(3) भाषा, साहित्य, ऐतिहासिक 

(4) साहित्य बोध, सराहना बोध, ऐतिहासिक

उत्तर – 2


100. उच्च प्राथमिक स्तर पर व्याकरण – शिक्षण का उद्देश्य  में सहायक होगा।

(1) भाषा की नियमबद्ध प्रकृति को अत्यधिक महत्त्व देने

(2) भाषा की प्रकृति, प्रकार्य और व्याकरणिक नियमों को कण्ठस्थ करने 

(3) व्याकरण की परिभाषाओं को कण्ठस्थ करने

(4) भाषा की नियमबद्ध प्रकृति को समझने और उसका विश्लेषण करने

उत्तर – 4


101. उच्च प्राथमिक स्तर पर हिन्दी भाषा – विकास के लिए कौन – सी गतिविधि उपयोगी नहीं हो सकती ?

(1) मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्य बनाना ।

(2) सूचना, डायरी – लेखन, विज्ञापन – लेखन आदि का कार्य करवाना

(3) पढ़ी गई कहानियों का समूह में नाट्य – रूपान्तरण

(4) विज्ञापनों, पोस्टरों, साइनबोर्ड और भाषा के अन्य उपयोगों का विश्लेषण करना

उत्तर – 1


102. उच्च प्राथमिक स्तर पर व्याकरण-शिक्षण की सर्वाधिक उचित विधि है-

(1) भाषा – संसर्ग विधि

(2) सूत्र विधि

(3) निगमन विधि 

(4) आगमन विधि

उत्तर – 4


103. बच्चों का भाषायी विकास सर्वाधिक रूप से निर्भर करता है –

(1) आकलन की औपचारिकता पर

(2) संचार माध्यमों पर

(3) पाठ्य – पुस्तक पर 

(4) समृद्ध भाषा – परिवेश पर

उत्तर – 4


104. उच्च प्राथमिक स्तर पर यह जरूरी है कि बच्चे –

(1) भाषा के आकलन के लिए की जाने वाली सभी गतिविधियों  में समान रूप से हिस्सा लें

(2) भाषा का अतिरिक्त अभ्यास करें और परियोजना कार्य में  इण्टरनेट का प्रयोग करें

(3) समाचार – पत्र में छपी किसी खबर, लेख या कही गई बात का निहितार्थ समझ सकें 

(4) अपनी पाठ्य – पुस्तक के सभी पाठों का अभ्यास कर सकें

उत्तर – 3


105. भाषा सीखने का अर्थ उस भाषा की …… सीखना भी है , क्योंकि भाषा किसी भी ……” का अभिन्न हिस्सा होती है।

(1) ऐतिहासिकता, इतिहास

(2) संस्कृति, संस्कृति

(3) बारीकी, व्याकरण 

(4) नियमबद्धता, व्याकरण

उत्तर – 2


106. कक्षा आठ के बच्चों के लिए साहित्य का चयन करते समय आपके लिए क्या जानना सर्वाधिक जरूरी है ?

(1) बच्चों के भाषा – प्रयोग का स्तर

(2) अच्छे साहित्य के प्रकाशक, लेखक

(3) बच्चों की भाषिक पृष्ठभूमि

(4) बच्चों की मनोवैज्ञानिक विशेषताएँ और भाषा – प्रयोग की क्षमता

उत्तर – 4


107. नाटक, सिनेमा, परिचर्चा, वाद-विवाद आदि बच्चों की ……. व स्वाभाविक, “….” एवं ….” प्रतिक्रिया व्यक्त करने की क्षमता का विकास करने में

मदद करते हैं।

(1) स्वतन्त्र, मौखिक, लिखित

(2) स्वतन्त्र, प्रभावी, संस्कृतनिष्ठ

(3) मानक, सहज, प्रभावी

(4) मानक, प्रभावी, संस्कृतनिष्ठ

उत्तर – 1


108. हमारे अनुभवों को आकार देने में भाषा की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। इसका शैक्षिक निहितार्थ यह है कि भाषा की कक्षा में –

(1) डायरी – लेखन पर जोर दिया जाए ताकि लेखन परिपक्व बन सके

(2) बच्चों को विविध सन्दर्भो में अनुभव करने, विविध  अनुभवों से स्वयं को जोड़ने के अवसर दिए जाएँ

(3) सदैव अनुभवों पर बातचीत की जाए 

(4) अनुभवों का लेखन – कार्य बढ़ाया जाए

उत्तर – 2


109. मुदिता आठवीं कक्षा में हिन्दी भाषा पढ़ाती हैं। कविता के भाव के बारे में बातचीत करते समय आप उन्हें किस बात के प्रति सचेत रहने की सलाह

देंगे ?

(1) कविता को गद्य में परिवर्तित करवाने वाली गतिविधि  कविता – शिक्षण का अनिवार्य पक्ष है

(2) कविता की भाषा, व्याकरण पर विशेष बल दिया जाए

(3) कविता में अलंकार, रस पर विशेष बल दिया जाए 

(4) कविता का एक निश्चित भाव, अर्थ नहीं हो सकता

उत्तर – 4


110. हिन्दी भाषा का आकलन करते समय ‘पोर्टफोलियो’ बच्चों के बारे में यह बताता है कि-

(1) उनकी प्रगति में माता – पिता की भूमिका कैसी है ?

(2) उनकी प्रगति में शिक्षकों की भूमिका कितनी है ?

(3) वे क्या जानते हैं ? 

(4) क्रमश: उनकी प्रगति किस प्रकार हो रही है ?

उत्तर – 4


111. किस साहित्यिक विधा को पढ़ाते समय आप सस्वर पठन पर अनिवार्यत: बल देंगे ?

(1) आत्मकथा 

(2) एकांकी

(3) जीवनी 

(4) यात्रा – वृत्तान्त

उत्तर – 2


निर्देश (प्र. सं. 112-120) नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए। समूची स्वार्थी व अहं-प्रेरित प्रवृत्तियाँ नकारात्मक हैं,

ऐसे कर्मों में ऊँचे उद्देश्य नहीं होते, उनमें लोक-संग्रह नहीं होता, भव्य आदर्श नहीं होते। दूसरे, भले ही आप अपने सामने एक ऊँचा आदर्श रखें, तो भी आपके

कर्म यदि आपके मन के चाहे या अनचाहे से प्रेरित हैं, तो वे हासमान ही होंगे, क्योंकि पसन्द-नापसन्द से किए जाते कार्य वासनाओं को बढ़ाए बिना नहीं रहते।

कोई कार्य आपको महज इस आधार पर नहीं करना चाहिए कि वह आपको पसन्द है। उसी तरह कोई कार्य करने से आपको महज इस आधार पर नहीं कतराना

चाहिए कि वह कार्य आपका मनचाहा नहीं है। कार्य का निर्णय बुद्धि-विवेक के आधार पर होना चाहिए, मनचली भावनाओं, तुनकमिजाजी के आधार पर कतई

नहीं। इस एक बात को हमेशा याद रखिए कि पसन्द और नापसन्द आपके सबसे बड़े शत्रु हैं। आप इन्हें पहचानते तक नहीं। उल्टे आप इन्हें पाल-पोसकर दुलारते

हैं। वे तो हर क्षण आपकी हानि व हास करने पर ही तुले हैं। इनसे निबटने का व्यावहारिक मार्ग यह है कि अपनी रुचि और अरुचि का विश्लेषण करें। 

112. कैसी प्रवृत्तियाँ नकारात्मक हैं ? 

(1) जिनमें अर्थ का भाव हो ।

(2) जिनमें अहं और स्व – हित का भाव हो

(3) जो स्वयं का हित देखती हों 

(4) जो अहं से ग्रसित हों

उत्तर – 2


113. कौन – से कार्य हानि की ओर ले जाते हैं ? 

(1) जिनमें संग्रह अनुपस्थित होता है

(2) जिनमें संग्रह कूट – कूटकर भरा होता है

(3) जो मन के अनुसार और हित साधते हैं 

(4) जो अपनी पसन्द – नापसन्द के आधार पर किए जाते हैं

उत्तर – 4


114. इस गद्यांश में किस प्रकार के कार्यों का समर्थन किया गया है? 

(1) जो बुद्धि और विवेक – शक्ति के आधार पर किए जाते हैं

(2) जो मनचली भावनाओं और बुद्धि से परे होते हैं

(3) जो मनचाहे होते हैं 

(4) जो मनचाहे नहीं होते हैं

उत्तर – 1


115. इस गद्यांश में किन्हें शत्रु कहा गया है ? 

(1) अहं और स्वार्थ 

 (2) रुचि – अरुचि

(3) मनचली भावनाएँ

(4) तुनकमिजाजी

उत्तर – 2


116. लेखक ने इन शत्रुओं से निबटने का कौन – सा मार्ग सुझाया है ?

(1) लोक – संग्रह करना

(2) कर्म करना 

(3) विश्लेषण करना

(4) भव्य आदर्श रखना

उत्तर – 3


117. ‘नकारात्मक’ का विलोम शब्द है 

(1) अननकारात्मक

(2) असकारात्मक

(3) अनकारात्मक 

(4) सकारात्मक

उत्तर – 4


118. “वे तो हर क्षण आपकी हानि व ह्रास करने पर ही तुले हैं।’ वाक्य में ‘वे’ सर्वनाम किसके लिए आया है?

(1) स्वार्थ-प्रेरित प्रवृत्तियों के लिए

(2) पसन्द-नापसन्द के लिए

(3) मनचली भावनाओं के लिए 

(4) अहं – प्रेरित प्रवृत्तियों के लिए

उत्तर – 2


119. किस शब्द में ‘ना’ उपसर्ग का प्रयोग नहीं किया जा सकता है? 

(1) पसन्द 

(2) वाक़िफ़

(3) क़ाबिल 

(4) हाज़िर

उत्तर – 4


120. ‘विश्लेषण’ का विलोम है –

(1) संश्लिष्ट 

(2) संक्षेपण

(3) संश्लेषण 

(4) अविश्लेषण

उत्तर – 3


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