10th Social Science

Class 10th Exam 2022 Social Science VVI Question Paper On New Pattern

Class 10th Exam 2022 Social Science VVI Question Paper On New Pattern


1. राजनीति में जाति के महत्त्व पर प्रकाश डालें। 

उत्तर- कहा जाता है कि सामुदायिक समाज की संरचना का आधार जाति है क्योंकि एक जाति के लोग ही स्वाभाविक समुदाय का निर्माण करते हैं। इन समुदायों के लोगों के समान हित होते हैं। दूसरे अन्य समुदाय के हितों से उनका हित भिन्न होता है । जाति हमारे जीवन का एक महत्त्वपूर्ण पहलू हैं । 

राजनीति में जाति के अनेक पहलू हो सकते हैं :

 (i) निर्वाचन के वक्त पार्टी प्रत्याशी तय करते समय जातीय समीकरण : का ध्यान जरूर रखती है। चुनाव क्षेत्र में जिस जाति विशेष की मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक होती है, पार्टियाँ उस जाति के हिसाब से प्रत्याशी तय करती है ताकि उन्हें चुनाव जीतने के लिए जरूरी वोट मिल जाए । सरकार गठन के समय भी जातीय समीकरण को ध्यान में रखा जाता है। . 

(ii) राजनीतिक पार्टियाँ जीत हासिल करने हेतु जातिगत भावना को भड़काने की कोशिश करती हैं। कुछ दल-विशेष की पहचान भी जातिगत भावना के आधार पर हो जाती है। 

(iii) निर्वाचन के समय पार्टियाँ वोटरों के बीच साख बनाने हेतु अपना चेहरा स्वच्छ और जाति भावना से ऊपर बनाने की कोशिश करते हैं। 

(iv) दलित और नीची जातियों का भी महत्त्व निर्वाचन के समय बढ़ जाता है। उच्च वर्ग या जाति के उम्मीदवार भी नीची जातियों के सम्मुख नम्र भावना से जाते हैं और उसके मत हासिल करने हेतु अनुनय-विनय करते हैं। इन अवसरों पर नीची जातियों में भी आत्म गौरव जागृत होता है और स्वाभिमान जगता है अर्थात् इन जातियों में राजनीतिक चेतना के सुअवसर प्राप्त होते हैं। 

2. राजनीतिक दलों को प्रभावशाली बनाने के तीन उपायों को संक्षेप में लिखें। 

उत्तर- (i) दल-बदल को रोकना-विधायकों और सांसदों को दल-बदल करने से रोकने के लिए संविधान में संशोधन किया गया । निर्वाचित प्रतिनिधियों के मंत्रीपद या पैसे के लोभ में दल-बदल करने में आयी तेजी को देखते हुए ऐसा किया गया । नए कानून के अनुसार अपना दल बदलने वाले सांसद या विधायक को अपनी सीट भी गंवानी पड़ेगी । इस नए कानून से दल-बदल में कमी आयी है साथ ही अनुशासन भी बना रहता है । पार्टी का नेता जो फैसला करता है, सांसद और विधायक को उसे मानना ही होता है । . 

(ii) शपथ-पत्र-उच्चतम न्यायालय ने पैसे और अपराधियों का प्रभाव कम करने के लिए एक आदेश जारी किया है । इस आदेश के द्वारा चुनाव लड़ने वाले हर उम्मीदवार को अपनी संपत्ति का और अपने खिलाफ चल रहे आपराधिक मामलों का ब्यौरा एक शपथ-पत्र के माध्यम से देना अनिवार्य कर दिया गया है । इस नयी व्यवस्था से लोगों को अपने उम्मीदवारों के बारे में बहुत-सी पक्की सूचनाएं उपलब्ध होने लगी हैं । 

(iii) चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए कदप-चुनाव आयोग ने एक आदेश के जरिए सभी दलों के लिए सांगठनिक चुनाव कराना और आयकर का रिटर्न भरना जरूरी बना दिया है। 

Class 10th Exam Social Science Important Question


3. कोर बैंकिंग प्रणाली से आप क्या समझते हैं ? 

उत्तर- आजकल प्लास्टिक के एक छोटे से टुकड़े पर इंगित यांत्रिकी चिह्न के माध्यम से पैसे का आदान-प्रदान तथा निकासी होने लगा है जब व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान तक बिना विलम्ब के पैसे का लेनदेन करता है तो बैंक की इस प्रणाली को कोर बैंकिंग प्रणाली कहते हैं।

4. मौद्रिक प्रणाली क्या है ? 

उत्तर- मौद्रिक प्रणाली में विनिमय का सारा कार्य मुद्रा की सहायता से होता है। इस प्रणाली में पहले कोई व्यक्ति अपनी वस्तु या सेवा को बेचकर मुद्रा प्राप्त करता है और फिर उस मुद्रा से अपनी जरूरत की अन्य वस्तुएँ प्राप्त करता है। चूँकि इस प्रणाली में मुद्रा विनिमय के माध्यम का कार्य करती है। इसलिए इसे मौद्रिक विनिमय प्रणाली कहा जाता है। 

5. वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं? 

उत्तर- वैश्वीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं, प्रौद्योगिकी, पूँजी और श्रम या मानवीय पूँजी का भी निर्बाध प्रवाह हो सके । वैश्वीकरण के अन्तर्गत पूँजी, वस्तु तथा प्रौद्योगिकी का निर्बाद्ध रूप से एक देश से दूसरे देश में प्रवाह होता है। 

6. विश्व व्यापार संगठन क्या है ? यह कब और क्यों स्थापित किया गया ? 

उत्तर- विश्व व्यापार संगठन एक ऐसा अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है जिसका उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार को उदार बनाना है। इसकी स्थापना 1995 ई० में की गई थी। भारत इसका संस्थापक सदस्य रहा है। वर्तमान में 149. देश विश्व व्यापार संगठन (2006 ई०) के सदस्य हैं। इसका मुख्यालय जेनेवा में है। विश्व व्यापार संगठन अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित नियमों को निर्धारित करता है और देखता है कि इन नियमों का पालन हो । विश्व व्यापार संगठन सभी देशों को मुक्त व्यापार की सुविधा देता है। 

7. सेवा-क्षेत्र में सरकारी प्रयास क्या किए गए हैं ? वर्णन करें। 

उत्तर- सेवा-क्षेत्र से तात्पर्य ऐसे क्षेत्र से है जहाँ शारीरिक शक्ति, कार्य क्षमता और दक्षता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाए। भारत में कृषि लोगों के रोजगार उपलब्ध कराने का सर्वाधिक बड़ा क्षेत्र है इसके साथ ही साथ उद्योग, व्यवसाय, स्वास्थ्य, यातायात आदि ऐसे क्षेत्र हैं, जिससे लोगों को विभिन्न प्रकार की सेवाएँ मिलती हैं। राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार के द्वारा रोजगार सृजन करने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जैसे काम के बदले अनाज 1980 ई०, मीण युवा स्वरोजगार प्रशिक्षण का कार्यक्रम 1979 ई०, ग्रामीण भूमिहीन रोजगार गारंटी कार्यक्रम 1983 ई०, समेकित ग्रामीण विकास कार्यक्रम 20 अक्टूबर 1980 ई०, जवाहर रोजगार योजना 1989 ई०, स्वयं सहायता समूह, नरेगा इत्यादि। उपर्युक्त सेवाओं के माध्यम से देश में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने की कोशिश की जा रही है। सरकार का अनुमान है कि देश के बेरोजगार लोगों में से करीब 62 प्रतिशत लोगों को उपर्युक्त योजनाओं के द्वारा रोजगार महैया कराया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के बेरोजगारी को दूर करने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। सेवा-क्षेत्र के विस्तार के द्वारा अनुमान है कि 35 प्रतिशत शहरी बेरोजगारी दूर किया जा सकेगा। ग्रामीण रोजगार के क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नरेगा विश्व की सबसे बड़ी योजना. मानी जाती है? 

Matric Exam 2022 Social Science Question


8. वैश्वीकरण को सफल बनाने के लिए सरकार क्या भूमिका निभा सकती है? 

उत्तर- (i) सरकार को ऐसी नीतियाँ बनानी चाहिए, जो न केवल संपन्न तथा शक्तिशाली लोगों, बल्कि देश के सभी लोगों के हितों की सुरक्षा करें । ”

(ii) सरकार सुनिश्चित कर सकती है कि श्रम कानून सही ढंग से अपनाए जाएँ और श्रमिकों को उनके अधिकार मिलें । 

(ii) सरकार केवल छोटे पैमाने तथा स्थानीय उत्पादकों के लिए कुछ उद्योग सुरक्षित रख सकती है । 

(iv) यदि आवश्यक हो तो सरकार कोटा प्रणाली, आयात कर आदि व्यापार तथा निवेशं प्रतिबंधों का प्रयोग कर सकती है। 

(v) यह न्यायोचित शर्तों के लिए विश्व व्यापार संगठन से समझौता का सकती है। 

(vi) यह समान हितों वाले विकासशील देशों के साथ मिलकर विश्व व्यापार संगठन में विकसित देशों के प्रभाव का विरोध कर सकती है। 

9. मनुष्य सभी प्रकार के संसाधनों का निर्माता है । कैसे ? 

उत्तर- कोई भी पदार्थ जब तक मानवजीवन के लिए उपयोगी सिद्ध नहीं होता है तब तक वह संसाधन नहीं कहलाता है । छोटानागपुर पठार में छिपे खनिजों का जब उपयोग शुरू हुआ तब वे खनिज संसाधन बन गएं । इसी तरह, बहते हुए जल से जब विद्युत उत्पादन किया जाने लगा तब जल भी संसाधन बन गया । कोयले से जब शक्ति प्राप्त की जाने लगी तब कोयला भी संसाधन बन गया । इस प्रकार, स्पष्ट है कि मनुष्य सभी प्रकार के संसाधनों का निर्माता है। 

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